पाक के खिलाफ भारत ने उठाया बड़ा कदम, रोकेगा तीन नदियों का पानी

पाक के खिलाफ भारत ने उठाया बड़ा कदम, रोकेगा तीन नदियों का पानी

पुलवामा के आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है।

नई दिल्ली। पुलवामा के आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते के बावजूद अब तक पाक को दिए जा रहे ब्यास, रावी और सतलुज नदी के पानी को रोकने का फैसला किया है। सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि इन तीनों नदियों पर बने प्रॉजेक्ट्स की मदद से पाकिस्तान को दिए जा रहे पानी को अब पंजाब और जम्मू-कश्मीर की नदियों में प्रवाहित किया जाएगा।

इससे पहले बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन, पोत परिवहन, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि पाकिस्तान जाने वाली तीन नदियों का पानी वापस यमुना में लाया जाएगा। इससे यमुना पानी से लबालब हो जाएगी। इसके पूर्व यहां उन्होंने यहां 471 करोड़ की लागत से बागपत-मेरठ हाईवे व बागपत नगर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया।

 

बागपत में श्री कृष्ण इंटर कालेज बालैनी में किसान धन्यवाद रैली में उन्होंने अगले साल तक गंगा में जलमार्ग परिवहन 80 लाख टन से बढ़ाकर 280 लाख टन करने, वाराणसी से प्रयागराज और हल्दिया तक नाव चलवाने, यमुना जलमार्ग से बागपत की चीनी सीधे बांग्लादेश और म्यांमार तक पहुंचाने का एलान किया। इसके पूर्व उन्होंने यहां 471 करोड़ की लागत से बागपत-मेरठ हाईवे व बागपत नगर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया। मेरठ में उन्होंने साढ़े छह हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया।

 

सिंधु जल समझौता बना बाधा…

 

पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोकने के लिए सिंधु जल समझौता बाधा बन सकता है। क्योंकि भारत के अधिकारी में आने वाली तीन नदियों का पानी सिंधु जल समझौते के तहत रोका नहीं जा सकता। पहले हुए भारत पाक युद्धों के दौरान भी यह समझौता प्रभावी रहा था।

 

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